Love Hostel (2022) हिंदी फ़िल्म रिव्यू

Love Hostel (2022) बॉलीवुड की एक क्राइम एक्शन फ़िल्म हैं।

इस फ़िल्म का निर्देशन शंकर रमन जी द्वारा किया गया हैं।

इससे पहले उन्होंने 2017 में आई बॉलीवुड नियो – नोयर ड्रामा फ़िल्म GURGAON का निर्देशन किया था।

फ़िल्म में विक्रांत मस्से, सान्या मल्होत्रा और दिग्गज अभिनेता बॉबी देओल जी ने अहम भूमिका निभाई हैं।

फ़िल्म की कहानी हरयाणवी पृष्टभूमि पे आधारित हैं, इसीलिए देसी हरयाणवी बोलचाल और लहजे का बहुत शानदार इस्तेमाल हुआ हैं।

जैसा की यह बात हम सब जानते है की शादी किसी के भी जीवन का सबसे सुंदर क्षण होता है।

हम भारतीय अपने धर्म, समाज और संस्कार को मद्देनजर रखकर ही विवाह करते आए हैं।

लेकिन समय के साथ पश्चिमी संस्कृति का हमारे समाज पर जरूरत से ज्यादा भूत सवार होने के कारण तथा अपनी संस्कृति को रूढ़िवादी समझकर, कई युवा प्रेम विवाह को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं।

इस फ़िल्म की कहानी भी एक ऐसे ही प्रेमी जोड़े के इर्द गिर्द घूमती हैं। उनके इस विवाह से उनकी निजी जिंदगी में क्या क्या अड़चने आती और वह इसका कैसे सामना करते हैं, यह सब आपको इस फ़िल्म से पता चलेगा।

फ़िल्म की कहानी

आशु और ज्योति दोनों प्रेमी युगल हैं और दोनों अलग अलग धर्म और समाज से ताल्लुक रखते हैं। जिसके कारण उनके परिवार वाले दोनों के रिश्ते के सख्त खिलाफ़ हैं।

ज्योति एक हिंदू जाट परिवार से ताल्लुक रखती हैं और उसकी दादी MLA हैं। वह पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं।

वहीं आशु उर्फ अहमद शौकीन एक मुस्लिम लड़का हैं जिसका खानदानी कसाई धंधा हैं। उसके पिताजी अवैध हथियार दुकान में रखने के जुर्म में जेल में बंद हैं।

आशु कहने के लिए तो अपने पिता की दुकान चलाता है लेकिन चोरी छुपे वह अवैध धंधे की तस्करी में लिप्त हैं।

ज्योति यह सब जानती होती है लेकिन फिर भी वह उसपे भरोसा करती हैं और उसे यह अवैध धंधे छोड़ने के लिए मनाती हैं।

अब तक तो आप यह समझ ही चुके होंगे की, आशु और ज्योति दोनों जिन खानदानों से ताल्लुकात रखते है, उस हिसाब से तो लड़की और लड़के का कहीं से कहीं कोई मेल ही नहीं हैं।

मेल ना होने के कारण ही ऊंच नीच के हालात बनते है जिसके अंजाम भविष्य में बहुत बुरे हो सकते हैं।

जे! भूत बंगला! तन्ने ताजमहल दिक्खे से!!

-आशु

लेकिन इन सब के बावजूद भी दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं और शादी करना चाहते हैं।

ज्योति की इसी हठ को देखकर उसके घर वाले उसको कमरे में बंद करके रखते हैं और उसकी शादी जबरदस्ती अपनी जात बिरादरी में तय कर देते हैं।

लेकिन शादी से पहले ही ज्योति घर से भाग जाती हैं। उसके भागने में उसकी छोटी बहन मदद करती हैं। ज्योति भागकर आशु से मिलती है जहां आशु की अध्यापिका और लॉयर के सामने दोनो प्रेम विवाह करते हैं।

जब ज्योति के परिवार वालों को यह बात पता चलती है तो उसका पूरा परिवार सदमे में आ जाता हैं और ज्योति को वापस लाने के लिए राय मशौरह करते हैं।

ज्योति मुझे जिंदा वापस चाहिए!!
अपने हाथों से काटूंगी!!!

-MLA कमला दिलावर (ज्योति की दादी)

ज्योति की दादी दिग्गज MLA नेता है और उनका शहर पे बहुत तगड़ा वर्चस्व हैं।

विराज सिंह “डागर” एक खतरनाक निर्दई अपराधी हैं जोकि घर से भागकर प्रेमविवाह करने वाले प्रेमी युगल को जान से मारने का ही काम करता हैं।

उन्हें जब यह बात पता चलती है तो वह ज्योति और उसके पति को जान से मारने का हुक्म “डागर” नाम के शख्स को दे देती हैं।

वह इस काम में माहिर हैं। वह इन दोनों की तलाश में निकल जाता हैं।

ज्योति और आशु के इस हठबाजी वाले प्रेम विवाह से उनकी नई जिंदगी में जो यह डागर नाम की मुसीबत उत्पन हुई है उसका सामना यह दोनों कैसे करते है यह जानने के लिए आपको यह फ़िल्म देखनी पड़ेगी।

Love Hostel (2022) फ़िल्म का ट्रेलर देखने के लिए यहां क्लिक करें।

फ़िल्म के कलाकार

  • बॉबी देओल – विराज सिंह “डागर”
  • विक्रांत मस्से – आशु उर्फ अहमद शौकीन
  • सान्या मल्होत्रा – ज्योति दिलावर
  • राज अर्जुन – डीसीपी सुशील राठी
  • स्वरूपा घोष – MLA कमला दिलावर
  • अक्षय ओबेरॉय – दिलेर (कैमियो)

विक्रांत मस्से और सान्या मल्होत्रा जी ने अपने किरदार को बहुत अच्छे से निभाया हैं।

सान्या मल्होत्रा जी हरयाणवी लड़की के किरदार में अच्छी लगी हैं।

फ़िल्म में सबसे बढ़िया किरदार निभाया है बॉबी देओल जी ने। उन्होंने इस फ़िल्म द्वारा अपने करियर का सबसे शानदार प्रदर्शन किया हैं।

उन्होंने डागर के किरदार में जान डाल दी है।

बॉबी जी ने सही मायने में डागर के किरदार को पर्दे पे जिया हैं।

उन्होंने अपने अभिनय से इस फ़िल्म को यादगार बना दिया हैं।

अक्षय ओबेरॉय जोकि गुड़गांव फ़िल्म में अहम भूमिका में नज़र आए थे।

उन्होंने इस फ़िल्म में महज थोड़े समय के लिए ही आकर पूरी फ़िल्म में जान डाल दी हैं।

अक्षय ओबेरॉय जी कितने अनुभवी कलाकार हैं, यह बात आप फ़िल्म देखते वक्त 100% महसूस करेंगे।

फ़िल्म के संगीत

इस फ़िल्म का म्यूज़िक जीत गांगुली, क्लिंटन सेरेजो और बायंका गोम्स ने मिलकर बनाया हैं। फ़िल्म के संगीत खासकर इंस्ट्रुमेंटल गाने फ़िल्म के दृश्यों में जान डाल देते हैं। फ़िल्म के तकनीकी विभाग ने फ़िल्म को हर तरह से परफेक्ट बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी हैं।

फ़िल्म से जुड़ी खास विशेषताएं

  1. Love Hostel (2022) एक क्राइम फ़िल्म हैं जिसके कारण यह कई दर्शकों को dark भी लग सकती हैं।
  2. फ़िल्म के दृश्यों में violence की भरमार हैं जोकि दर्शकों के पसंद और नापसंद पे निर्भर हैं।
  3. फ़िल्म की कहानी हमारे सामने एक बहुत कटुसत्य भी रखती है की भारतीय समाज में आज भी अंतर जातीय व अंतर धार्मिक विवाह को बहुत ज्यादा मान्यता नहीं दिया जाता हैं।
  4. साथ ही फिल्म Honour killing के मुद्दे को भी दर्शाती हैं।
  5. फ़िल्म की कहानी में प्रेमी युगल द्वारा लव जिहाद को बेवजह जबरदस्ती डाला गया हैं।
  6. अगर इस फ़िल्म में लव जिहाद को जबरदस्ती ना घुसेड़ा जाता तो ये फ़िल्म 2022 की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक बन जाती।
  7. फ़िल्म के निर्देशक शंकर रमन जी ने फ़िल्म के हर एक दृश्य को जितना बढ़िया से लिखा है उतनी ही शिद्दत से उन्हें फिल्माया हैं।
  8. इस फ़िल्म की lighting और color grading इतनी लाजवाब है की मानो आप कोई इंटरनेशनल फ़िल्म देख रहे हों।

निष्कर्ष

Love Hostel (2022) फ़िल्म देखने के बाद आपको यह ज्ञात होगा की आपको प्यार में अंधा होकर, मां बाप को त्यागकर, घर से भागकर शादी क्यों नही करनी चाहिए।

और अगर शादी कर भी लेते है तो उसके क्या अंजाम हो सकते है।

क्योंकि फ़िल्म की कहानी यह बिल्कुल साफ़ कर देती है की कभी कभी कुछ रिश्ते ना हो, उसी में भलाई हैं।

Love Hostel साल 2022 की अच्छी फिल्मों में से एक हैं जिसको अगर आप चाहो तो अकेले में एक बार तो देख ही सकते हो।

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